Lord Reading / लॉर्ड रीडिंग (1921-26): एकमात्र यहूदी वायसराय।
Lord Reading / लॉर्ड रीडिंग (1921-26)
लॉर्ड रीडिंग के कार्यकाल में होने वाली प्रमुख घटनाएं–
- 1921 में केरल में मोपला विद्रोह हुआ।
- 1921 में ही प्रिंस ऑफ वेल्स की भारत यात्रा हुई।
- 5 फरवरी 1922 को चौरी-चौरा की घटना हुई, जिसके कारण गांधी जी ने अपना असहयोग आंदोलन वापस ले लिया। कुछ नेता गांधी जी के इस कदम से अप्रसन्न हुए क्योंकि इस आंदोलन को आश्चर्यचकित करने वाली सफलता मिल रही थी।
- दिसंबर १९२२ में INC का अधिवेशन गया में हुआ, जिसमे विधान परिषद में प्रवेश न लेने का प्रस्ताव पारित हो गया। C R Das इस प्रस्ताव के विरोधी थे उन्होंने INC से त्यागपत्र दे दिया। १ जनवरी १९२३ को इलाहाबाद में C R Das, मोतीलाल नेहरू, बिट्ठल भाई पटेल, नरसिंग चिंतामणि केलकर स्वराज पार्टी का गठन किया।
- मार्च १९२२ में रोलेट एक्ट–१९१९ तथा प्रेस एक्ट–१९१० को वापस ले लिया गया।
- १९२३ में लॉर्ड विस्काउंट ली की अध्यक्षता में Lee Commission का गठन हुआ।
- १९२३ से ICS की परीक्षाएं इंग्लैंड और भारत दोनों में एक साथ होने लगी।
- ९ अगस्त १९२५ को राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान, राजेंद्र लहरी, सचिंद्र सान्याल आदि के द्वारा लखनऊ जिले के काकोरी स्टेशन के पास काकोरी ट्रेन डकैती ( Kakori Conspiracy ) हुई।
- १९२१ में ‘भारतीय साम्यवादी दल’ का गठन तथा १९२५ में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी का गठन M. N. Roy द्वारा किया गया।
- १९२५ में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ का गठन डॉक्टर बलिराम केशव हेडगेवार द्वारा किया गया।