Lord Minto / लॉर्ड मिंटो
Lord Minto / लॉर्ड मिंटो (1905–10):
- Morely–Minto Reform के आधार पर इंडियन काउंसिल एक्ट–१९०९ पारित हुआ, जिसके द्वारा मुसलमानों के लिए पृथक निर्वाचन मंडल की स्थापना की गई।
- लॉर्ड सिन्हा (Sir Satyendra Prasanna Sinha) की नियुक्ति १९०५ में एडवोकेट जनरल के पद पर हुई। १९०९ में लॉर्ड सिन्हा की नियुक्ति गवर्नर जनरल की एग्जीक्यूटिव काउंसिल में लीगल मेंबर के रूप में हुई, इस पद पर नियुक्त होने वाले वे प्रथम भारतीय थे।
- १९०६ में ढाका में आगा खां द्वारा मुस्लिम लीग की स्थापना हुई।
- १९०७ में सूरत में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस का 23 वां अधिवेशन रासबिहारी बोस की अध्यक्षता में हुआ जहाँ कांग्रेस का गरम दल और नरम दल, दो गुटों में विभाजन हुआ।
- Indian Press Act–1908 पारित हुआ। इसका उद्देश्य उग्रवादी और राष्ट्रवादी गतिविधियों पर अंकुश लगाना था। मजिस्ट्रेट को यह अधिकार था कि हिंसा को प्रेरित करने वाले समाचार पत्रों को वह जब्त कर सकता था।
- ११ अगस्त १९०८ को खुदीराम बोस (सबसे कम उम्र में फांसी की सजा पाने वाले क्रांतिकारी) को Muzaffarpur Conspiracy Case में फाँसी दी गई।
- Indian Press Act -1910 पारित हुआ, जो कि एक तरह से वर्नाकुलर प्रेस एक्ट– १८७८ का ही उन्नत संस्करण था। इसके अनुसार मुद्रित आपत्तिजनक सामग्री के निर्णय का अधिकार प्रांतीय सरकार का होगा न कि अदालत का साथ ही उल्लंघन करने पर प्रेस पर बहुत ही ज्यादा जुर्माना तथा प्रेस जब्त करने का भी प्रावधान किया गया।