Lord Hastings / लॉर्ड हेस्टिंग्स (1813–1823):
इसके कार्यकाल में EIC और नेपाल राज्य के मध्य ‘आंग्ल–नेपाल युद्ध या गोरखा युद्ध (१८१४–1८१६)’ हुआ । युद्ध का अंत ‘सुगौली की संधि –१८१६’ से हुआ।
- लॉर्ड हेस्टिंग्स ने पिंडारीयों का दमन करने के लिए टॉमस हिस्लोप की नियुक्ति की, जिसने पिंडारीयों का दमन १८१७ से १८१८ के मध्य किया। पिंडारीयों के प्रमुख नेता चितू , वासिल तथा करीम खान थे।
- इसी के शासनकाल में ईस्ट इंडिया कंपनी और मराठा संघ के बीच तृतीय आंग्ल मराठा युद्ध (१८१७–१८) हुआ। युद्ध में कंपनी की विजय हुई, मराठा संघ को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया गया और इस तरह मराठा संघ का अंत हुआ। अंतिम पेशवा बाजीराव द्वितीय को गद्दी से उतार कर कानपुर के समीप बिठूर भेज दिया गया और सतारा की गद्दी शिवाजी के वंशज प्रताप सिंह को दे दी गई। अंततः लॉर्ड हेस्टिंग्स द्वारा 1818 में पेशवाई को समाप्त कर दिया गया।
- इसी के शासनकाल में 1818 में बॉम्बे प्रेसीडेंसी की स्थापना हुई।