Hello, readers! Here you can read about the Doctrine of Lapse. A policy promoted by Lord Dalhousie, which was used to acquire Indian states. Doctrine of Lapse / व्यपगत का सिद्धांत
Doctrine of Lapse / व्यपगत का सिद्धांत
- ब्रिटिश भारतीय क्षेत्र का अंतिम प्रमुख विस्तार लॉर्ड डलहौजी के शासनकाल में हुआ। भारत में ब्रिटिश साम्राज्य बढ़ाने के उद्देश्य से लिए डलहौजी ने Doctrine of Lapse का सहारा लिया जिसके आधार पर उसने कई भारतीय राज्यों को ब्रिटिश साम्राज्य में विलय कर लिया।
- Doctrine of Lapse अन्य कई नामों से प्रसिद्ध है जैसे व्यपगत का सिद्धांत या राज्य हड़प की नीति या विलय की नीति।
- लॉर्ड डलहौजी से पहले भी डॉक्टराइन ऑफ लैप्स की पॉलिसी मौजूद थी जैसे कित्तूर जो Princely State था, को 1824 में अंग्रेजों ने अपने राज्य में मिलाया था। डलहौजी ने बस Doctrine of Lapse की पॉलिसी को official कर दिया था।
- Doctrine of Lapse के अंतर्गत विलय किए गए राज्य थे,
- S सतारा 1848
- J जैतपुर 1849
- S संभलपुर 1849
- B बघाट 1850
- U उदयपुर 1852
- Jh झांसी 1853
- Na नागपुर 1854
- K करौली 1855
💥 Trick to remember above order: SJS BUJhNaK
उड़ीसा में सुरेंद्र साईं ने विलय की नीति के खिलाफ आवाज उठाई थी।