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उत्तर प्रदेश में कृषि एवं पशुपालन

उत्तर प्रदेश में कृषि एवं पशुपालन (UP me Krishi evam Pashupalan )

उत्तर प्रदेश में कृषि

उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था का मूल आधार कृषि है तथा लगभग 65 प्रतिशत जनसंख्या कृषि पर निर्भर है। प्रदेश के आर्थिक विकास में कृषि क्षेत्र का महत्वपूर्ण योगदान है। वर्ष 2014-15 के आंकड़ों के अनुसार प्रदेश में लगभग 165.98 लाख हैक्टेयर (68.7%) क्षेत्र में खेती की जाती है। कृषि गणना वर्ष 2010-11 के अनुसार उत्तर प्रदेश में 233.25 लाख कृषक हैं। कृषि की आधुनिक तकनीक का उपयोग कर उत्पादन तथा उत्पादकता में वृद्धि की दिशा में कृषकों की मेहनत एवं प्रयास का ही परिणाम है कि कृषि ने प्रदेश को खाद्य सुरक्षा में आत्मनिर्भर बनाते हुये “आवश्यकता से आधिक्य” की ओर पहुँचाया है। उत्तर प्रदेश में परंपरागत रूप से वर्षा आधारित और सिंचित कृषि की जाती है।

अति महत्वपूर्ण तथ्य

कृषि गणना (2015-16) के अनुसार राज्य में जोतों का प्रकार एवं उनका प्रतिशत

जोतों का प्रकारविभिन्न प्रकार के जोतों का औसत आकारविभिन्न प्रकार के जोतों का प्रतिशत
सीमांत 0.38 हेक्टेयर80.18 %
लघु 1.39 हेक्टेयर12.63 %
अर्द्ध-मध्यम 2.71 हेक्टेयर5.51 %
मध्यम 5.51 हेक्टेयर1.58 %
वृहद आकर14.98 हेक्टेयर0.10 %

उत्तर प्रदेश में फसल ऋतुएं :

उत्तर प्रदेश में, पूरे वर्ष में खरीफ, रबी एवं जायद तीनों प्रकार की फसलें बोयी जाती हैं –

  • खरीफ की फसल
    • बोआई – जुलाई-अगस्त
    • मौसमी दशाएं – अधिक जल अधिक ताप
    • प्रमुख फसलें – चावल, मक्का, ज्वार, बाजरा, सांवा, कोदों, टांगून, सनई (जूट), अरहर, मूंगफली, कपास, गन्ना, रामदाना, तिल्ली आदि।
  • रबी की फसल
    • बोआई – अक्टूबर से नवंबर
    • मौसमी दशाएं – कम जल और औसत ताप
    • प्रमुख फसलें – गेहूँ, जौ, चना, मटर, मसूर, सरसों, अलसी, लाही, आलू , तंबाकू आदि।
  • जायद की फसल
    • बोआई – फरवरी-मार्च
    • प्रमुख फसलें – ककड़ी, खीरा, खरबूज, तरबूज, परवल, लौकी, काशीफल, मूंग, चीना, लोबिया आदि।

TRICK to Remember – उत्तर प्रदेश में तीनों फसल ऋतुओं के बोआई का महीना

खाजु रो जाफ

फसल सीजनबोआई माहTRICK
Kharif (Kha)July (Ju)KhaJu (खाजु)
Rabi (R)October (O)RO (रो)
Jayad (Ja)February (F) JaF (जाफ)

उत्तर प्रदेश की प्रमुख फसलें

  • गेहूँ
    • बोआई – अक्टूबर से नवंबर।
    • मौसमी दशाएं – समशीतोष्ण जलवायु, 50 से 75 सेंटीमीटर वर्षा, बोते समय तापमान 10 से 15 डिग्री सेंटीग्रेड तथा पकने के समय अधिक तापमान एवं गर्म मौसम।
    • सर्वाधिक उत्पादकता – गंगा-घाघरा दोआब क्षेत्र
    • गेहूँ उत्तर प्रदेश में सर्वाधिक क्षेत्र पर बोई जाने वाली फसल है।
  • चावल
    • बोआई – जुलाई-अगस्त
    • मौसमी दशाएं – बोते समय तापमान 20 डिग्री सेंटीग्रेड तथा पकते समय 30 डिग्री सेंटीग्रेड से अधिक तापमान।
    • वर्षा 75 से 125 सेंटीमीटर तक।
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र- महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, कुशीनगर, देवरिया, गोरखपुर, बस्ती, गोंडा, बहराइच, शास्त्री, बलरामपुर, लखीमपुर, पीलीभीत, सहारनपुर, मऊ, बलिया, वाराणसी, प्रयागराज, लखनऊ, आदि जिले।
  • गन्ना
    • गन्ना, उष्णकटिबंधीय फसल है।
    • तापमान 20 से 26 डिग्री सेंटीग्रेड।
    • वर्षा 100 से 200 सेंटीमीटर।
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – तराई क्षेत्र एवं गंगा-जमुना का दोआब क्षेत्र।
    • राज्य की सर्वाधिक महत्वपूर्ण नकदी फसल है। उत्तर प्रदेश को “Sugar Bowl of India” कहा जाता है।
  • कपास
    • बोआई – जून-जुलाई एवं चुनाई अक्टूबर-नवंबर।
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – गंगा-जमुना दोआब, रुहेलखंड और बुंदेलखंड के क्षेत्र।
  • मूंगफली
    • बोआई – जून-जुलाई एवं खुदाई नवंबर-दिसंबर।
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – सीतापुर, हरदोई, एट, बदायूं, मैनपुरी, मुरादाबाद आदि जिले।
  • अफीम
    • अफीम का सबसे बड़ा उत्पादक जिला बाराबंकी है तथा इसके अतिरिक्त गाज़ीपुर में भी अफीम की खेती की जाती है।
    • राज्य की एकमात्र अफ़ीम फैक्ट्री गाज़ीपुर में स्थित है।
उत्तर प्रदेश में कृषि एवं पशुपालन

उत्तर प्रदेश में औद्यानिक कृषि

प्रदेश में औद्यानिक/कृषि उत्पादों के प्रशंस्करण को बढ़ावा देने के लिए लखनऊ में राज्य स्तरीय फल संरक्षण एवं डिब्बा बंद संस्थान का निर्माण किया गया है।

प्रदेश की प्रमुख औद्यानिक फसलें हैं –

  • आम
    • आम के प्रमुख किस्में है – लखनऊ का मलीहावादी, दशहरी, लंगड़ा व बॉम्बे ग्रीन, सहारनपुर का सफेदा व चौसा, मेरठ व बागपत का स्टौल तथा वाराणसी का लंगड़ा, रामखेड़ा और चौसा आम।
    • प्रदेश से बाहर दशहरी आम का निर्यात ‘ नवाब ब्रांड ‘ के नाम से किया जाता है।
  • अमरूद
    • प्रमुख उत्पादक जिले – प्रयागराज, कौशांबी, बदायूं, कानपुर, बरेली, अयोध्या।
  • आंवला
    • प्रमुख उत्पादक जिला – प्रतापगढ़
  • केला
    • प्रमुख उत्पादक जिले – वाराणसी, कौशांबी, प्रयागराज, और गोरखपुर।
    • प्रमुख किस्म – माल-भोग, चीनी-चंपा, अलफान, अधेश्वर, दूधसागर
  • लीची
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – सहारनपुर, शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ
  • माल्टा
    • प्रमुख उत्पादक जिले – सहारनपुर, मेरठ, वाराणसी।
  • नींबू
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – बुंदेलखंड क्षेत्र।
  • संतरा
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – सहारनपुर तथा गोल्डन खंड के क्षेत्र।
  • आलू
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – फर्रुखाबाद, हाथरस, आगरा, मेरठ, बदायूं, बागपत, फिरोजाबाद, रामपुर, अलीगढ़, गाजियाबाद, इटावा
    • आलू संसाधन केंद्र बाबूगढ़, गाजियाबाद
    • आलू को दूसरे प्रदेशों में ताज ब्रांड के नाम से बेचा जाता है।
  • पुष्प
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – वाराणसी, कन्नौज, वाराणसी, मिर्जापुर, जौनपुर, प्रयागराज, लखनऊ।
  • हल्दी और अदरक
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – बुंदेलखंड क्षेत्र।
  • पान
    • प्रमुख उत्पादक क्षेत्र – महोबा, बरईमानपुर (बांदा), पाली क्षेत्र (ललितपुर), उन्नाव, रायबरेली, प्रतापगढ़, बलिया, प्रयागराज, वाराणसी आदि जिले।
    • पान अनुसंधान प्रशिक्षण केंद्र, महोबा

उत्तर प्रदेश में पशुपालन

  • पशु गणना वर्ष 2019 के अनुसार उत्तर प्रदेश कुल पशु संख्या 68 मिलियन के साथ देश में प्रथम स्थान रखता है। इसमें गोवंश लगभग 19 मिलियन ( इस सन्दर्भ में देश में बंगाल के बाद दूसरा स्थान) तथा महिषवंशीय पशुओं की कुल संख्या लगभग 35 मिलियन ( इस सन्दर्भ में देश में प्रथम स्थान) है।
  • दुग्ध उत्पादन में उत्तर प्रदेश का देश में प्रथम स्थान है।
  • उत्तर प्रदेश में प्रतिदिन प्रति व्यक्ति 387 ग्राम दूध की उपलब्धता है तथा भारत में यह 406 ग्राम प्रतिदिन प्रति व्यक्ति हैं।
  • पशु चिकित्सा के लिए पशु चिकित्सा पॉली क्लिनिक गोरखपुर, मुजफ्फरनगर, लखनऊ, बड़ौत (बागपत) व सैफई (इटावा) में खोले गए हैं।
  • पशु जैविक औषधि संस्थान, लखनऊ – पशु टीके का उत्पादन।
  • पशु चारा बैंक, भरारी ( झाँसी)।
  • प्रदेश में दुग्ध विकास विभाग तथा राज्य दुग्ध परिषद की स्थापना 1976 में गई।
  • ऑपरेशन फ्लड के तहत 1973 में प्रदेश के तीन जिलों वाराणसी, मेरठ और बलिया में ऑपरेशन फ्लड-I शुरू किया गया।

प्रदेश में कृषि एवं पशुपालन के विकास के लिए प्रमुख योजनाएं तथा कार्यक्रम

उत्तर प्रदेश में कृषि एवं पशुपालन PYQs


Q.1: पश्चिमी उत्तर प्रदेश के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा कथन सही है/हैं?
(i) उत्तर प्रदेश का पश्चिमी क्षेत्र अन्य क्षेत्रों की तुलना में अधिक विकसित है।
(ii) यह क्षेत्र हरित क्रांति का साक्षी रहा है।
नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर का चयन कीजिए- (UPPSC 2022)
[A] केवल 1
[B] 1 तथा 2 दोनों
[C] केवल 2
[D] न तो 1 न ही 2

[B] 1 तथा 2 दोनों


Q.2: उत्तर प्रदेश में ‘ उत्तर प्रदेश कृषि विविधीकरण परियोजना’ (यू० पी० डास्य) प्रयोजित की गई – [UPPSC RO ARO Mains 2021]
[A] उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा
[B] केंद्र सरकार द्वारा
[C] विश्व बैंक द्वारा
[D] उपर्युक्त में से कोई नहीं


[C] विश्व बैंक द्वारा


Q.3: प्रदेश के तराई क्षेत्र, विशेषकर सिद्धार्थनगर में उगाई जाने वाली सुगंधित चावल की किस्म है –
[A] सोनाचूर
[B] मसूरी
[C] तृप्ति
[D] काला नमक


[D] काला नमक


Q.4: उत्तर प्रदेश में संतरे की सर्वाधिक पैदावार वाला जिला है-
[A] फर्रुखाबाद
[B] लखीमपुर
[C] सहारनपुर
[D] बलरामपुर


[C] सहारनपुर


Q.5: उत्तर प्रदेश निम्न में से किन फसलों का देश में सबसे बड़ा उत्पादक है ?
(1) आलू (2) चावल (3) गन्ना (4) तंबाकू
सही उत्तर का चयन कीजिए [UPPSC Mains 09]
[A] 1 एवं 2
[B] 2 एवं 3
[C] 3 एवं 4
[D] 1 एवं 3


[D] 1 एवं 3


Q.6: खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की ‘ एक जिला एक उत्पाद योजना’ के संदर्भ में सूची-1 को सूची-2 से सुमेलित कीजिए तथा सूचियों के नीचे दिए गए कूट से सही उत्तर चुनिए –
सूची-1(उत्पाद) — सूची-2(जिला)
a. लहसुन — 1. ललितपुर
b. प्याज — 2. मैनपुरी
c. मिर्च — 3. गाजीपुर
d. हल्दी — 4. देवरिया
कूट:
— A B C D
[A] 3 2 1 4
[B] 2 3 4 1
[C] 3 4 1 2
[D] 1 3 2 4


[B] 2 3 4 1
सही सुमेलित युग में इस प्रकार हैं-
जिला – उत्पाद
लहसुन – मैनपुरी
प्याज – गाजीपुर
मिर्ची – देवरिया
हल्दी – ललितपुर


Q.7: उत्तर प्रदेश में ‘ कृषक समृद्धि आयोग’ का गठन किस वर्ष में हुआ था ? [UPPSC ACF RFO Mains 2021]
[A] 2016
[B] 2017
[C] 2018
[D] 2019


[B] 2017
उत्तर प्रदेश में कृषक समृद्धि आयोग का गठन वर्ष 2017 में हुआ था जिसका मुख्य उद्देश्य 2022 तक कृषकों की आए दो गुणा करना था।


Q.8: ‘ उत्तर प्रदेश कृषि अनुसंधान परिषद ‘ निम्नलिखित में से किस स्थान पर स्थित है- [UPPSC RO ARO Mains 2021]
[A] लखनऊ
[B] मेरठ
[C] गोरखपुर
[D] कानपुर


[A] लखनऊ


Q.9: उत्तर प्रदेश में परंपरागत भूमि मापन की इकाई है- [UPPSC Mains 2016]
[A] कनाल
[B] मार्ला
[C] बीघा
[D] धुर


1 बीघा = 20 विश्व
[C] बीघा


Q.10: निम्नलिखित युग्मों में कौन-सा सही सुमेलित नहीं है? [UPPSC RO ARO 2016]
[A] आई० आई० वी० आर० – कानपुर
[B] आई० आई० पी० आर० – कानपुर
[C] आई० वी० आर० आई० – इज्जत नगर, बरेली
[D] आई० जी० एफ० आर० आई० – झांसी


[A] आई० आई० वी० आर० – कानपुर
आई० आई० वी० आर० (इंडियन इंस्टीट्यूट आफ वेजिटेबल रिसर्च) – वाराणसी
आई० आई० पी० आर० (इंडियन इंस्टिट्यूट ऑफ़ पल्सेस रिसर्च) – कानपुर
आई० वी० आर० आई० (इंडियन वेटरिनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट) – इज्जत नगर, बरेली
आई० जी० एफ० आर० आई० (इंडियन ग्रासलैंड एंड फॉडर रिसर्च इंस्टीट्यूट) – झाँसी


Q.11: उत्तर प्रदेश में किसान बही रही योजना लागू की गई थी – [UPPSC Mains 2015]
[A] 2002 में
[B] 1982 में
[C] 1972 में
[D] 1992 में

[D] 1992 में


Q.12: उत्तर प्रदेश में खरीफ फसल की बुवाई होती है –
[A] जनवरी-फरवरी के दौरान
[B] अप्रैल-मई के दौरान
[C] जून-जुलाई के दौरान
[D] अक्टूबर-दिसंबर के दौरान

[C] जून-जुलाई के दौरान


Q.12: उत्तर प्रदेश में सीमांत कृषक किन्हें कहा गया है?
[A] 1 एकड़ से कम भूमिवालों को
[B] 1 हेक्टेयर से कम भूमिवालों को
[C] 2 हेक्टेयर से कम भूमि वालों को
[D] 2.5 हेक्टेयर से कम भूमि वालों

[B] 1 हेक्टेयर से कम भूमिवालों को


Q.13: कृषि श्रम उत्पादकता सर्वाधिक है?
[A] पूर्वी उत्तर प्रदेश में
[B] बुंदेलखंड में
[C] मध्य उत्तर प्रदेश में
[D] पश्चिमी उत्तर प्रदेश में

[D] पश्चिमी उत्तर प्रदेश में


Q.14: उत्तर प्रदेश को कुल कितने पारिस्थितिकीय क्षेत्रों में बांटा गया है?
[A] 28
[B] 25
[C] 20
[D] 16

[C] 20


Q.15: उत्तर प्रदेश को कितने शस्य-जलवायु क्षेत्रों में विभाजित किया गया है?
[A] 11
[B] 9
[C] 7
[D] 5

[B] 9


Q.16: उत्तर प्रदेश में वायु मृदा अपरदन से सर्वाधिक प्रभावित क्षेत्र है- [UPPSC UPPSC Pre 2003]
[A] पश्चिम क्षेत्र
[B] पूर्वी क्षेत्र
[C] उत्तरी क्षेत्र
[D] दक्षिणी क्षेत्र

[A] पश्चिम क्षेत्र


Q.17: उत्तर प्रदेश में अवनालिका अपरदन से सबसे अधिक प्रभावित जिला कौन है? [UPPSC Mains 2011]
[A] मेरठ
[B] गोरखपुर
[C] इटावा
[D] फर्रुखाबाद

[C] इटावा


Q.18: उत्तर प्रदेश में पान उत्पादन के लिए कौन-सा जिला विशेष रूप से प्रसिद्ध है –
[A] ललितपुर
[B] झाँसी 
[C] बांदा 
[D] महोबा

[D] महोबा


Q.19: उत्तर प्रदेश में किसान मित्र योजना कब शुरू की गई थी- [UPPSC 2005]
[A] 18 जून 2004 से
[B] 18 जून 2003 से
[C] 18 जून 2002 से
[D] 18 जून 2001 से

[D] 18 जून 2001 से


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2 thoughts on “उत्तर प्रदेश में कृषि एवं पशुपालन”

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